देवी के साथ ध्यान नकारात्मक अनुष्ठानो को निष्क्रिय करने के लिए|

गैलेक्टिक केंद्रीय सूर्य से एक उज्जवल रौशनी का सतम्भ आपके शरीर के माध्यम से जाते हुए धरती के हृदय में प्रवेश कर रही है ऐसी कल्पना करे|

फिर एक दूसरे स्तंभ को कल्पना करें कि पृथ्वी के केंद्र से आपके शरीर के माध्यम से प्रकाश के सभी बिंदुओं के माध्यम से ऊपर जाकर हमारे सौर मंडल में, हमारी गैलेक्सी से होते हुए वापस केंद्रीय सूर्य में वह रौशनी का स्तम्भ जा रहा है |

अब आप कल्पना की आप दो रौशनी के स्तम्भ में बैठे हुए है, कंठी ऊपर और नीचे की और जा रही है|

अब अपने सिर के ऊपर, रौशनी के उस शानदार स्तंभ के अंदर, सुंदर स्त्री के आकार में, शक्ति के प्रतीक के रूप में देवी को कल्पना करे| बिना शर्त प्यार, करुणा, स्वीकृति, शांति, सद्भाव, अनुग्रह, सौंदर्य और चिकित्सा के रूप में देखे| उसकी ऊर्जा को महसूस करे|

मंत्र ओम का उच्चारण करते हुए देवी को अपने शरीर में प्रवेश कराये।

आप अपने सिर के ऊपर अपने हाथों से एक ही समय में मुद्रा बनाये और इसी मुद्रा को नीचे लाये और धीरे से अपने ह्रदय के बीच में एंकर करे| अपने शरीर में देवी की ऊर्जा को महसूस करें और अपने हृदय उसका वास कराये।

देवी ड्यू म्यू, आइसिस, मात, हैथोर, क्वान यिन, मैरी मगदलीनी, व्हाईट तारा, सभी देवी को बुलाये और ग्रह पर चल रहे सभी गहन अनुष्ठानों को समाप्त करने और दिव्य लाइट और न्याय का फिर से वास करने में सहायता करने के लिए कहे।

अपने हाथों को अपने सामने बढ़ाएं और दिव्य स्त्रैण ऊर्जा को अपने हाथों से सभी नकारात्मक रीति-रिवाजों के लिए भेजे और उसे निष्क्रिय कर दें, उन्हें हानिरहित और अप्रभावी बना दें, और देखे की ये अपनी सारी शक्ति खो रहे हैं, ये प्रकाश और प्रेम में घुल-मिल जा रहे है|

अब गैलेक्टिक केंद्रीय सूर्य के स्तंभ को कल्पना करें कि आत्मा के स्टार चक्र (आत्मा के ऊपर 20 सेंटीमीटर ऊपर स्थित) र देखे की स्टार सोल चक्र विस्तृत हों रहा है और उन सभी को जोड़ रहा जो इस तरह के कार्य से जुड़े हुए है| और उन्हें प्रेरित करे की वो इन सभी कार्यो को छोड़ कर दिव्य लाइट क लिए काम करना शुरू करे|

धन्यवाद् करे सरे देवियो का और लाइट वर्कर्स का और अपना आभार प्रकट करे इस उच्य कार्य करने क लिए|
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